कुरूद में राजमिस्त्री संघ का चुनाव — एक पद पर जंग… और एक पद पर इतिहास! ✨ चिरंजीवी सोनबेर बने निर्विरोध सचिव, संगठन ने दिखाया ‘पूर्ण विश्वास
- moolchand sinha
- Nov 3
- 2 min read

कुरूद (धमतरी)।
कभी–कभी चुनाव सिर्फ संख्या नहीं होते, वे विश्वास का उत्सव बन जाते हैं। कुरूद के राजमिस्त्री मजदूर संघ के चुनाव में यही हुआ। रविवार को हुए चुनाव में जहां कई पदों पर कड़ी टक्कर दिखी, वहीं एक नाम ने बिना आवाज़ उठाए, बिना प्रचार किए… दिलों का विश्वास जीत लिया।
जी हाँ—चिरंजीवी सोनबेर को संघ ने सर्वसम्मति से निर्विरोध सचिव चुना।
कोई विरोध नहीं, कोई नामांकन नहीं… बस सबकी एक ही आवाज—"सचिव चिरंजीवी जी!"
यह सिर्फ जीत नहीं… यह सम्मान है। यह उस नेतृत्व का प्रमाण है, जिस पर पूरी टीम भरोसा करती है।
💥 निर्विरोध जीत क्यों खास?
संगठन में भरोसे का स्तर दिखा
गुटबाजी पर एकता भारी
काम और व्यवहार का सम्मान
"हम साथ हैं" का सार्वजनिक संदेश
इस चुनाव का असली ‘स्टार मोमेंट’ यही रहा—जहां लोकतंत्र ने सहमति की चमक दिखाई।
🗳️ बाकी पदों पर कड़ी टक्कर, दमदार मुकाबले
पद विजेता परिणाम
अध्यक्ष लल्लू राम साहू 200 बनाम 156 — 44 वोटों से जीत
उपाध्यक्ष परमानंद साहू 181 बनाम 113 व 48 — 68 वोटों की बढ़त
कोषाध्यक्ष चेतन पटेल 180 बनाम 152 — 27 वोटों से विजय
लेकिन इन सभी के बीच सबसे अधिक चर्चा निर्विरोध सचिव के नाम की रही — चिरंजीवी सोनबेर!
🤝 एकजुटता का संदेश
चुनाव संचालक मंडल और वरिष्ठ सदस्यों ने चुनाव को शांतिपूर्ण और गरिमामय तरीके से सम्पन्न कराया। मतदाता भी उतने ही उत्साहित थे — परिपक्वता, अनुशासन और साथ मिलकर चलने की भावना साफ दिखाई दी।
🔮 अब उम्मीदें और भी बड़ी
नई टीम से संगठन को और मजबूत करने, मजदूर हितों को सर्वोपरि रखने और सामूहिक नेतृत्व को आगे बढ़ाने की अपेक्षा है। “जहां सभी एक दिशा में खड़े हों — वहीं नेतृत्व निर्विरोध जन्म लेता है।”








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