धनतेरस पर ‘समृद्धि का उपहार’! अजय चंद्राकर का मास्टरस्ट्रोक — कुरूद विधानसभा में 7 नई सहकारी सोसायटियाँ, 24 गाँवों के किसानों के चेहरे खिले!
- moolchand sinha
- Oct 18
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कुरूद-

कुरूद (धमतरी)। जिस धनतेरस पर पूरा देश सोना-चाँदी की चमक में खोया था, उसी शुभ अवसर पर कुरूद विधानसभा क्षेत्र के किसानों के लिए "समृद्धि की असली चमक" दिखी है। क्षेत्र के जननायक, पूर्व मंत्री एवं विधायक अजय चंद्राकर ने इस धनतेरस को किसानों के नाम करते हुए उन्हें “सहकारिता का ऐतिहासिक उपहार” प्रदान किया।
कृषि प्रधान कुरूद क्षेत्र में अब 7 नई प्राथमिक कृषि साख सहकारी सोसायटियाँ (PACS) शुरू होने जा रही हैं। यह ऐतिहासिक निर्णय 24 गाँवों के हजारों किसान भाइयों को उनके घर के बिलकुल पास ही खाद, बीज, कीटनाशक और आवश्यक कृषि संसाधन उपलब्ध कराएगा।
🌱 किसानों के लिए आत्मनिर्भरता की नई राह: 'कुरूद मॉडल'
इन 7 नई सोसायटियों की स्थापना से किसानों को अब कृषि सामग्री और बैंकिंग सुविधाओं के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। नजदीकी सेवा केंद्रों के कारण किसानों के समय, श्रम और परिवहन लागत की बचत होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब किसानों को सरकारी योजनाओं और बैंकिंग सुविधाओं तक सीधी, सरल पहुँच मिलेगी, जो उन्हें सही मायने में आत्मनिर्भर बनाएगी।
विधायक अजय चंद्राकर जी की यह दूरदर्शी पहल न केवल सहकारिता आंदोलन को पुनर्जीवित करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नई और मजबूत दिशा भी देगी।
विधायक अजय चंद्राकर का विज़न: “किसान पहले,
इस ऐतिहासिक अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री अजय चंद्राकर जी ने कहा —
“यह धनतेरस किसानों के लिए समृद्धि का प्रतीक बने। सोना-चाँदी नहीं, अब हमारे खेतों में लहलहाएगी खुशहाली की फसल। जब किसान आत्मनिर्भर होगा, तभी गांव और प्रदेश सशक्त बनेंगे।”
उनके इस स्पष्ट विज़न ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि “कुरूद मॉडल” अब राज्य में कृषि विकास और ग्रामीण सशक्तिकरण का एक प्रेरक उदाहरण बन चुका है।
7 नई सोसायटियाँ — 24 गाँवों में खुशहाली
जिन 7 नई सोसायटियों के माध्यम से कुरूद क्षेत्र में सहकारिता की नई ऊर्जा प्रवाहित होगी, वे और उनसे जुड़ने वाले गाँव इस प्रकार हैं:
1️⃣ कोलियारी सोसायटी — कोलियारी, जोरातराई, भेण्डसर, सिंगदेही
2️⃣ भेण्ड्रा सोसायटी — ईर्रा, भेण्ड्रा, चरोटा, लोहारपथरा
3️⃣ सिलौटी सोसायटी — सिलौटी, सेमरा, जोरातराई, खपरी
4️⃣ पचपेडी सोसायटी — पचपेडी, गाड़ाडीह, भेलवाकुदा
5️⃣ भुसरेंगा सोसायटी — भुसरेंगा, कन्हारपुरी, भालुझुलन
6️⃣ अटंग सोसायटी — गोबरा, अटंग, भालूकोना
7️⃣ नवागांव सोसायटी — नवागांव, डूमरपाली, धौराभांठा
इन सोसायटियों के संचालन से क्षेत्र के किसानों को सीधी सुविधा और स्थानीय सहकारिता की नई ऊर्जा मिलेगी।
किसानों के चेहरे पर मुस्कान, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान
कुरूद क्षेत्र के किसान संगठनों ने विधायक अजय चंद्राकर जी की इस पहल को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह योजना गांव से शहर तक सहकार की एक नई लहर पैदा करेगी।
किसान प्रतिनिधियों ने कहा, “यह कदम किसान को ताकत देगा, खेती को सम्मान देगा, और कुरूद को विकास का एक आदर्श मॉडल बनाएगा।”
नई सोसायटियों के संचालन से क्षेत्र के किसानों को अब सीधी और त्वरित सुविधाएँ मिलेंगी, जो उनकी आय बढ़ाने और खेती को लाभप्रद बनाने में मील का पत्थर साबित होंगी।





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